कोरोना के चलते आजकल घर से दूर जाकर नौकरी करने की असुविधा से बचने के लिए ज्यादातर लोग घर रह कर काम करना पसंद करते हैं। यदि आप घर से करते हैं व्यवसायिक कार्य तो रखें इन बातों का ख्याल अवश्य रखें ताकि समृद्धि आपके घर बनी रहे।
इससे जहां एक ओर आसानी तो हुई है तो दूसरी ओर कुछ व्यावहारिक दिक्कतें बढ़ रही हैं।
आप घर में काम करते हैं, मगर मन एकाग्र नहीं रहता। पल पल में दिक्कत सामने आ जाती है। एक बार अपने काम करने की जगह को वास्तु के हिसाब से देख लें।
कोरोना महामारी के चलते अधिकतर लोग घर से ऑफिस का काम कर रहे हैं। लेकिन घर के माहौल में आपको काम करने में काफी दिक्कतें आती है। कभी आपके आस-पास रखी चीजें काम को बाधित करती हैं तो कभी घर में आप सही जगह नहीं बैठते।
ऐसे में आप काम के प्रति निरुत्साही से रहते हैं, गुस्सा आता है या कुर्सी पर बैठते ही दिमाग एकाग्र नहीं हो पाता है। यदि ऐसा है तो आप अपने वर्क स्टेशन में वास्तु के अनुसार कुछ बदलाव करें, काम में भी मन भी लगेगा और उत्पादकता भी बढ़ेगी।
जॉब के अनुसार दिशा
यदि आप लेखन, बैंक, व्यापार प्रबंधन या एकाउंट्स जैसे व्यवसाय से जुड़े है, तो आपके लिए उत्तर को ओर मुख करके बैठना लाभकारी होगा। यहाँ आपकी जॉब कंप्यूटर प्रोग्रामिंग, शिक्षा, ग्राहक सेवा, तकनीकी सेवा, कानून या चिकित्सा से संबंधित है तो पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना श्रेष्ठ है।
ध्यान रहे कि काम के लिए बैठते समय उत्तर पश्चिम दिशा से बचें, क्योंकि इस दिशा में बैठने से मन की एकाग्रता में कमी आती है।
मेज पर फाइल, कागजों का ढेर
जिस कुर्सी का आप उपयोग कर रहे हैं, उसके पीछे दीवार हो, क्योंकि इसे वास्तु के हिसाब से शुभ माना गया है। कुर्सी के पीछे कभी भी खिड़की या दरवाजा न हो और न हो कुर्सी-मेज के ठीक ऊपर बीम हो क्योंकि यह आर्थिक नुकसान का कारण बन सकता है।
वास्तुशास्त्र के अनुरूप, मेज पर फाइल, कागजों का ढेर या घर का अन्य सामान रखना कार्य की गुणवत्ता की तो प्रभावित करता ही है, नकारात्मक ऊर्जा में भी वृद्धि होती है। इससे बचने के लिए मेज को साफ-सुथरा रखें।
जिस मेज पर काम कर रहे हैं, उसमें ग्लास टॉप न हो, क्योंकि कांच नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न करता है, जिससे काम की गति धीमी हो सकती है। यदि ग्लास टॉप है तो मेज पर सात्विक रंग, जैसे- हरा या सफेद रंग का कपड़ा बिछाएं।
“यदि आप नए कार्य अवसर की प्रतीक्षा कर रहे हैं तो मेज के उत्तर-पश्चिम की तरफ एक ग्लोब रखें।”
रोशनी की कमी, तरक्की में बाधक
जिस कमरे में बैठकर आप काम करते है। यहां की रोशनी कैसी है, यह भी आपके काम और मूड को प्रभावित करती है। यदि रोशनी बहुत ज्यादा तेज या कम है तो आपकी आंखों पर बुरा असर होता है।
सही प्रकाश न होना वास्तुदोष भी उत्पन्न करता है। और नकारात्मक ऊर्जा का संचार होने लगता है। प्रकाश की कमी तरक्की में बाधक कार्यों में विघ्न और बहस आदि का कारण भी बन सकती है।
इनडोर प्लांट और फूल भी जरूरी
घर के जिस कमरे में आप काम कर रही है, उसे सुंदर और सकारात्मक बनाने के लिए वहां कोई भी इनडोर प्लांट रख सकती हैं। पूर्व या उत्तर दिशा में मनी प्लांट, बैम्बू धंच वाइट लिली या रबड़ प्लांट जैसे छोटे पौधे रखना सुंदरता के साथ समृद्धिकारक माने गए हैं।
ध्यान रहे, सूखे, कांटेदार और बोनसाई पौधे वर्कप्लेस पर कभी न लगाएं ये निराशा के सूचक है। हरा रंग खुशहाली, समृद्धि, उत्कर्ष और पावनता का प्रतीक है, यह मन मस्तिष्क को सुकून देने वाला माना गया है।
इसके अलावा दिन भर काम से होने वाली थकान से बचने के लिए आप अपनी मेज पर ताजे फूलों का एक गुलदस्ता रख सकते हैं। वास्तु के अनुसार, फूलों की सजावट मन को आनंद प्रदान करती है और तनाव कम करने में भी मदद करती है।
गुलदस्ते में रखे फूल सूखने या मुरझाने लगें तो उन्हें तुरंत हटा दें, ऐसे फूल नकारात्मक ऊर्जा का सृजन करते हैं।
हमेशा याद रखें
- कमरे के उत्तर-पूर्व की तरफ अपने ईष्ट देव की फोटो लगाएं और कार्य आरंभ करने से पूर्व उन्हें प्रणाम करना न भूलें।
- जहां बैठकर हम काम करते हैं, वह आजीविका कमाने का स्थान होता है। इसलिए घर में जिस मेज पर आप काम कर रहे है, वहां कभी भी खाए-पीए नहीं। वहां बैठकर चाय-कॉफी पीना, भोजन, करना मांस-मदिरा का सेवन करना। मानसिक विकार और कॅरिअर में रुकावट का कारण बनता है।
- यदि आप अपने व्यवसाय/नौकरी में यश प्राप्त करना चाहते है तो कमरे की दक्षिण दिशा में लाल हाथी का चित्र या मूर्ति लगाएं। यदि आप अपनी फर्म के नाम को यश प्रदान करना चाहते हैं तो उत्तर दिशा में लाल हाथी का उपयोग करें।
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