क्यो टुट रहे हैं विवाह? क्यो हो रहे हैं तलाक?
विवाह दो लोगो का पवित्र बंधन माना गया है । विवाह हर समाज मे होते है । कुछ विवाह माता पिता की सहमति से होते हैं तो कुछ विवाह लड़के लड़की अपनी पसंद से कर लेते हैं । आजकल प्रेम विवाह का चलन काफी बढ़ गया है । युवा पीढ़ी माता पिता द्वारा तय किये विवाह के बजाय प्रेम विवाह कर रही है । हर कोई आजकल प्रेम विवाह कर रहा है । प्रेम विवाह कोई बुरी बात नहीं है। मैंने कई लोगो को देखा है जिन्होने प्रेम विवाह किया है और सफलता पूर्वक अपने वेवाहिक जीवन का निर्वाह कर रहे है। कई ऐसे जोड़े है जो माता पिता की सहमति से विवाह करके भी सफलतापूर्वक वैवाहिक जीवन का आनंद ले रहे है । इन सबके बावजूद आजकल हम लोग अक्सर दैखते है व सुनते कि फला फला जोड़े का तलाक हो गया है ।
मै ऐसे कई विभिन्न प्रकार के शादीशुदा जोडो़े के उदाहरण नीचे दे रहा हूँ :
प्रेम विवाह बिना माता पिता की रजामंदी के= मैने कई ऐसे जोड़े दैखे है जो शादी से पहले बेइंतहा एक दुजे से प्यार करते थे, साथ मरने जीने की कसमे खाते थे । बिना किसी को बताये घर से भाग कर शादी करी । कुछ दिन तो साथ रहे बाद मे या तो पति पत्नी मे मन मुटाव हो गया या सास ससुर से नही पटी और दोनो अलग हो गये । बात तलाक की नौबत तक जा पहुँची ।
माता पिता की सहमति से विवाह – माता पिता ने अच्छा परिवार दैख कर बच्चो की शादी करायी । पहले दो तीन महीने साथ रहे बाद मे किसी ना किसी बात से मामला तलाक तक पहुंच गया ।
प्रेम विवाह माता पिता की सहमति से – हालांकि प्रेम विवाह हुआ पर दोनो पक्ष के माता पिता की सहमति से फिर भी कुछ समय पश्चात बात तलाक तक जा पहुंची ।
विवाह पश्चात बच्चे हो जाने के बाद – कुछ जोड़े बच्चे हो जाने के बाद भी तलाक की स्थिति तक पहुँच जाते हैं । अभी जो अनुपमा टी वी सीरियल मे वनराज व अनुपमा का तलाक उनके बैटे तोषु की शादी के बाद हो जाता है । हालांकि ये टी वी सीरियल है पर वास्तविक जिंदगी मे भी ऐसा हो रहा है ।
फिल्मी दुनिया के हीरो हिरोईन की शादी – फिल्मी दुनिया मे तो ये आम बात है कि शादी करी और कुछ समय बाद तलाक ।
इस प्रकार कई ऐसे जोड़े मिल जायेगी जो काफी समय साथ रहे और अंत मे तलाक लेकर अलग रहने लगे, कुछ जोड़े तलाक नही लेते पर अलग रहने लग जाते हैं ।
अब प्रश्न ये उठता है कि आखिर क्या कारण है कि आजकल विवाह बहुत जल्दी टुट रहे हैं व तलाक हो रहे हैं ? मैने कई जोड़ो से बात की व कई जोड़ो के तलाक के कारण को जानने की कोशिश की तो मुझे विवाह टूटने व तलाक होने के निम्न कारण नज़र आए :
- कम उम्र मे प्रेम विवाह – अक्सर कम उम्र के लड़के लड़की (18- 21 आयु वर्ग ) के जोश जोश मे प्रेम कर शादी कर बैठते है । उस समय प्रेम कम व आसक्ति (देह आकर्षण) ज्यादा होता है । जब वो उन्माद कुछ कम होता है तो दोनो को ही लगता है कि कुछ गलत हो गया है । उस कम उम्र मे दोनो ही कुछ कमाते तो है नही । हर बात के लिए उनको मॉ बाप का मुँह देखना पड़ता है । कुछ दिन तक तो दोनो कोशिश करते हैं कि बात कुछ बन जाये पर चूंकि जवान खून होता है, ज्यादा समझ होती नही है और वो अलग रहने की ठान लेते हैं ।
- घर मे सास ससुर द्वारा ज्यादा टोका टाकी – जब नव वधु ससुराल मे आती है तो कुछ सास ससुर आते ही कुछ ज्यादा टोका टाकी शुरू कर देते हैं । जैसे नव विवाहित जोड़ा कभी बाहर खाना खाने चला जायेगा तो सास ससुर ताने मारने शुरू कर देंगे कि देखो कैसे बेशर्म है? घर मे पैर टिकते नही है, बाहर जाकर फिजूल खर्च कर रहे हो । अपने मॉ बाप के यहा क्या रोज बाहर ही खाना खाते थे । सर्दी मे बाथरूम मे गीजर क्यो चलाया या गर्मी मे पंखा क्यो चलाया । हम तो अपने जमाने मे कभी ऐसा नही करते थे । इत्यादि इत्यादि । जब इस प्रकार की टोका टाकी हद पार जाती है तो नव वधु ससुराल छोड़ कर पीहर चली जाती है । तब अगर दोनो पक्षों की तरफ से समझदारी नही दिखाई जाये तो तलाक की नौबत आ जाती है । जिसके लिये सभी जिम्मेदार होते हैं पर कोई भी पक्ष अपनी गलती मानने तैयार नही होता है । जो सबसे ज्यादा नुकसान उठाता है वो है नवजात जोड़ा।
- शादी के बाद पैसो की तंगी – जब शादी होती है या शादी से पहले हर कोई झूठी शान मे पैसा खुब खर्चता है पर जब शादी हो जाती है तब वास्तविकता सामने आती है । हर छोटी मोटी जरूरत के लिये पैसे की कमी जब सामने आती है तो सारा प्रेम व उन्माद समाप्त हो जाता है और बात वो ही अलग होने की आ जाती है । मैने ऐक नव विवाहित जोड़े को देखा है । जिन्होंने शादी पूर्व करीबन तीन साल तक प्रैम मे बिताये और एक दिन भाग कर शादी कर ली । बाद मे परिवारवालो ने मान्यता भी दे दी पर शादी के बाद लड़के की वास्तविक आमदनी पता चली तो लड़की ये कह कर अलग हो गयी कि मैरा तुम्हारे साथ भविष्य नही है ।
- शादी के बाद पति / पत्नी द्वारा धोखा देना या किसी और की तरफ आकर्षित हो जाना – कई बार एक साथ रहते हुये धिरे धिरे एक दूसरे के प्रति आकर्षण कम हो जाता है । अगर पति या पत्नी कही किसी ऑफिस मे काम कर रहे होते हैं तो अपने सहकर्मी के साथ संपर्क बन जाता है तो बात तलाक तक पहुंच सकती है अगर समय रहते दोनो समस्या का समाधान नही कर ले ।ज्यादातर समाधान नही हो पाता है व अंत मे तलाक ही होता है ।
- विचारो मे मतभेद होना – आजकल ज्यादातर शादी शुदा जोड़े पढ़े लिखे होते हैं । दोनो की अपनी विचारधारा होती है । अब अगर कोई एक जना अपनी विचारधारा दुसरे पर थोपना चाहे तो रोज लड़ाई झगड़े की नौबत आ जाती है और बात इतनी बड़ जाती है कि तलाक की स्थिति बन जाती है ।
- शादी के बाद भी लड़की के माता पिता की दखलंदाजी – कई बार दैखने मे आया है कि शादी के बाद भी लड़की के माता पिता की वर वधु के जीवन बहुत ज्यादा दखलंदाजी भी तलाक का कारण बन जाती है ।
- वधु का वर से ज्यादा पढ़ा लिखा होना – कई बार वैवाहिक जोड़े मे लड़की लड़के से ज्यादा पढ़ी लिखी होती है, जिसकी वजह से वर मे हीन भावना आ जाती है । ये भी एक तलाक का कारण बन जाती है ।
- वधु पक्ष का आर्थिक रूप से ज्यादा संपन्न होना – अगर लड़की के पीहर वाले आर्थिक रूप से लड़के के पक्ष से ज्यादा संपन्न है तो ये भी एक तलाक का कारण बन जाता है ।
- लड़के द्वारा लालच मे आकर शादी करना – कई बार कुछ लोग सोच विचार कर आर्थिक रूप से संपन्न लड़की से विवाह करते हैं कि शादी के बाद पैसो की बरसात होगी । पर जब ऐसा नही होता है तो बात ताने उलाहने से शुरू होकर तलाक पे समाप्त हो जाती है ।
- माता पिता द्वारा जबरदस्ती शादी करवा देना – कई बार दो परिवारो के माता पिता लड़के लड़की से पुछे बगैर बच्चो की शादी कर देते हैं । बाद मे पता चलता है कि उन दोनो का ही किसी और से प्रेम था पर माता पिता की इच्छा के विरुद्ध नही जाकर शादी कर ली । पर इस तरह की शादी ज्यादा नही चल पाती है और वो तलाक वाली स्टेज पर पहुंच जाती है ।
इस प्रकार कई ऐसे कारण है जिनकी वजह से विवाह टुट रहै है व तलाक हो रहे हैं । ये स्थिति बहुत ही भयानक होती है जब विवाह टुटता है । मैरी तो सब लोगो से यही निवेदन है कि बहुत सोच समझ कर विवाह करो । विवाह पश्चात समस्या आती ही है । इन समस्याओं को मिलजुल कर समाधान करो और तलाक वाली स्थिति मत आने दो ।
क्या करे कि तलाक कि स्थिति न आए?
तलाक कि स्थिति बहुत ही भयानक होती हे। इस से बचने के लिए कुछ नीचे उपाय / सुझाव बताए जा रहे है , इन्हे आजमा कर तलाक की नौबत से बचा जा सकता है:
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- हर दिन अपने जीवनसाथी के साथ प्यार से जुड़ने के लिए समय निकालें- एक जोड़ा एक-दूसरे को विशेष रूप से एक दिन में कम से कम 15 मिनट समर्पित करके वैवाहिक सफलता की संभावनाओं में काफी सुधार कर सकता है। उदाहरण के लिए, आप थोड़ी देर पहले उठ सकते हैं, और अतिरिक्त समय बिस्तर पर गले लगाने, प्यार करने और एक-दूसरे के लिए अपने प्यार की पुष्टि करने में बिता सकते हैं। एक दूसरे के साथ सार्थक बातचीत करने के लिए हर दिन समय निकालें; उसी तीव्रता के साथ सुनने के लिए जब आप डेटिंग कर रहे थे; स्पर्श करना, गले लगाना और स्नेह दिखाना; एक दूसरे को यह बताने के लिए कि आप अपनी शादी के बारे में कैसा महसूस करते हैं; और शादी और अपने जीवन के लिए अपने लक्ष्यों के बारे में बात करने के लिए।
- अपने जीवनसाथी की नियमित रूप से तारीफ करें– निजी तौर पर और दूसरों के सामने। भले ही आपका साथी पहली बार में शर्मिंदा लगे या उसे ठुकरा दे, लेकिन ईमानदारी से प्रशंसा की चमक लंबे समय तक बनी रहती है।
- अपने जीवनसाथी से उस तरह प्यार करें जैसे वह प्यार कराना चाहता है- हम अक्सर यह मानने की गलती करते हैं कि जो चीजें हमारे दिल को सबसे ज्यादा गहराई तक छूती हैं, उनका असर हमारे पार्टनर पर भी उसी तरह पड़ेगा। उदाहरण के लिए, आप सोच सकते हैं कि लाल गुलाब सही उपहार हैं, लेकिन आपके जीवनसाथी के लिए, वे पैसे की बर्बादी और एलर्जी के हमले का प्रतिनिधित्व करते हैं। यदि आप पहले से नहीं जानते हैं, तो पता करें कि आपका जीवनसाथी किस चीज़ के लिए तरसता है, और फिर उसे प्यार से वितरित करें – और इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं है कि कॉर्डलेस ड्रिल / लिविंग रूम के फर्श पर पिकनिक / टूना पुलाव कितना “बेवकूफ” है। . याद रखें: सबसे अच्छा उपहार वह है जो आपका जीवनसाथी चाहता है – न कि केवल कुछ ऐसा जो आप चाहते हैं कि वह उसके पास हो।
- अपने पहनावे का ध्यान रखे:- अक्सर लोग शादी के बाद अपना और अपने पहनावे का ध्यान रखना बंद कर देते है। जबकि सामने वाला पार्टनर आपको एकदम स्मार्ट देखना चाहता है। जेसा आपके पार्टनर को पसंद हो वैसा पहनावा पहने।
- अपने पार्टनर के प्रति वफादार रहे : एक सफल विवाह के लिए निष्ठा आवश्यक हे । विवाह एक व्यक्ति के लिए एक दीर्घकालिक प्रतिबद्धता है।
- चीजें एक साथ करें – लंबे समय तक सुखी विवाह का एक अन्य सामान्य कारक यह है कि पति-पत्नी नियमित रूप से एक साथ ऐसी चीजें करे जो उन्हें मजेदार और रोमांचक लगती हैं। चाहे वह बॉलरूम डांसिंग हो, बॉलिंग हो, ताश खेलना हो, स्कूबा डाइविंग हो या स्कीइंग हो, कम से कम एक ऐसी गतिविधि में भाग लें, जिसका आप दोनों हर हफ्ते आनंद लें।
- अगर माता पिता / सास ससुर की टोका ताकि ज्यादा हो तो – उन्हे समझाये कि नए जोड़े को भी अपना कुछ समय चाहिए। जो जरूरी हो वो बात जरूर माने ,। अगर गेर जरूरी है तौ उन्हे समझाये ।
- अपने पार्टनर से दोस्ताना व्यवहार करें – वैवाहिक सुख और सफलता की कुंजी दोस्ती है। इस प्रकार की दोस्ती के कुछ सबसे महत्वपूर्ण पहलू एक-दूसरे को गहराई से जानना, एक-दूसरे के लिए दैनिक आधार पर स्नेह और सम्मान का प्रदर्शन करना और वास्तव में एक-दूसरे की कंपनी का आनंद लेना है।
- हर दिन “आई लव यू” कहें- चाहे कोई भी उम्र का पड़ाव हो “आई लव यू” कहने न छोड़े।
- संवाद करे हावी नहीं होवे – प्रभावी संचार मूल कारण को खोजने, परस्पर विरोधी मुद्दे पर ध्यान केंद्रित करने और एक सौहार्दपूर्ण समाधान खोजने के लिए समस्या पर चर्चा करने का मिश्रण है। भारत में ज्यादातर जोड़े अपने जीवन में असहमति के मुद्दों की चपेट में आसानी से आ जाते हैं, जिनका समाधान वे नहीं करते बल्कि एक-दूसरे पर दोषारोपण करते रहते हैं। शहरी भारत में, अधिकांश जोड़े विभिन्न पारिवारिक संस्कृतियों से हैं। अपने सांस्कृतिक और पारिवारिक मूल्यों को थोपना और अपने जीवनसाथी से पूरी तरह से दूसरे की व्यवस्था का पालन करने की अपेक्षा करना सही कौन है, इस पर बहस करने से भी बदतर है। कुंजी एक जोड़े के रूप में सामान्य आधारों को संयोजित करने और स्थापित करने में है, न कि इस पर बहस करने के लिए कि किसको चुनना है।
- परिवर्तन स्वीकार करें- भारत में, शादी के बाद कई सामाजिक रीति-रिवाजों और समारोहों के दायित्व हैं कि जोड़ों को अपने रिश्ते को बनाए रखने के लिए समय नहीं मिलता है। भारतीय जोड़ों से अक्सर एक साल के भीतर अपना परिवार शुरू करने की उम्मीद की जाती है, जो एक-दूसरे के साथ बिताने के लिए मिलने वाले सीमित समय को और चुरा लेते हैं। जैसे आप पेशेवर और सामाजिक गतिविधियों के लिए अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए नियुक्तियां तय करते हैं, वैसे ही सोचें कि आपकी शादी उनमें से एक है और आप अपने जीवनसाथी के प्रति जीवन-प्रतिबद्धता रखते हैं। जिस व्यक्ति से आपने शादी की थी और शादी के बाद वे क्या हो गए हैं, यह समझने के लिए एक-दूसरे के साथ कुछ क्वालिटी टाइम बिताएं। आपकी जरूरतें, अपेक्षाएं और जीवन से निपटने के तरीके बदल गए हैं। अपने आप को समय दें, परिवर्तनों के अभ्यस्त हो जाएं और उन्हें जीवन की चल रही प्रक्रिया के एक भाग के रूप में स्वीकार करें।
यदि आप चाहते हैं कि आपका रिश्ता स्थायी और उत्पादक हो, तो आपको सबसे पहले यह समझने की जरूरत है कि वैवाहिक आनंद के फल का आनंद लेने के लिए आपको थोड़ी अधिक मेहनत करनी होगी। तलाक को रोकने के लिए इस स्पष्ट लेकिन उपयोगी दिशानिर्देश का पालन करें।
मै तो चाहता हु कि सभी विवाहित जोड़े खुश रहे और खुशहाल ज़िंदगी जिये, जिस प्रकार नीचे फोटो मे दिखाई दे रहे हे।
Nice post , food for thought in current era
Thank you very much
बहुत अच्छी जानकारी